Ayatul Kursi Kya Hota Hai? | आयतुल कुर्सी क्या होता है?
आयतुल कुर्सी एक विशेष आयत है जो अल्लाह की महानता और उसकी हुकूमत को बताती है। इस आयत में कहा गया है कि अल्लाह के सिवा कोई और माबूद नहीं है, और वह हमेशा से है और हमेशा रहेगा। इस आयत में अल्लाह की इजाजत के बिना कोई उसकी हुकूमत में दखल नहीं दे सकता। इस आयत को पढ़कर यह समझ में आता है कि हर चीज़ पर अल्लाह का कंट्रोल है और उसकी रहमत ही हमें सुरक्षित रखती है।

Ayatul Kursi In Arabic | अयतुल कुर्सी अरबी में
ٱللَّهُ لَآ إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ ٱلْحَىُّ ٱلْقَيُّومُ ۚ لَا تَأْخُذُهُۥ سِنَةٌۭ وَلَا نَوْمٌۭ ۚ لَّهُۥ مَا فِى ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَمَا فِى ٱلْأَرْضِ ۗ مَن ذَا ٱلَّذِى يَشْفَعُ عِندَهُۥٓ إِلَّا بِإِذْنِهِۦ ۚ يَعْلَمُ مَا بَيْنَ أَيْدِيهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْ ۖ وَلَا يُحِيطُونَ بِشَىْءٍۢ مِّنْ عِلْمِهِۦٓ إِلَّا بِمَا شَآءَ ۚ وَسِعَ كُرْسِيُّهُ ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَٱلْأَرْضَ ۖ وَلَا يَـُٔودُهُۥ حِفْظُهُمَا ۚ وَهُوَ ٱلْعَلِىُّ ٱلْعَظِيمُ

Ayatul Kursi In Hindi | अयतुल कुर्सी हिंदी में
अल्लाहु ला इलाहा इल्ला हुवल हय्युल कय्युम
ला तअखुजुहू सिनतूं वला नौम
लहू मा फिस्समा वाति वमा फिल अर्द
मन जल लजी यशफउ इन्दहू इल्ला बि इजनिही
यअलमु मा बैना अयदिहिम वमा खल फहुम
वला युही तूना बिशैइम मिन इलमिही इला बिमा शा अ
वसिया कुरसिय्यु हुस्समावाति वल अर्द
वला य उ दुहू हिफ्जु हुमा व हुवल अलिय्युल अजिम
Ayatul Kursi Hindi Tarjuma | आयतुल कुर्सी हिन्दी तर्जुमा
“अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं, वह खुदा है जो हमेशा से जिंदा है और कायम है। उसे न ऊंघ आती है और न ही नींद। जो कुछ भी आसमानों में है और जो कुछ जमीन पर है, सब उसी का है। कौन है जो उसकी इजाजत के बिना उसके पास सिफारिश कर सके? वह जानता है जो उनके आगे है और जो उनके पीछे है। वे उसकी इजाजत के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकते। उसकी कुर्सी आसमानों और जमीन पर छाई हुई है और उसकी हिफाजत में कोई कमजोरी नहीं है। वह बुलंदी और महानता वाला है।”
Ayatul Kursi In Roman English | आयतुल कुर्सी रोमन अंग्रेजी में

Allahu laa ilaha illaHuwal-Hayul-Qayum,
laata'khudhuhu sinatu walaa nawum,
Llahu maa fissamawaati wa maa fil ardh
man thalladhi yashfa'uin'dahuu illa bi'ithinih
ya'alamumaa bayna aydihim wamaakhalfahum
wa layuhithuuna bishay'i mmin ilmihi illa bimashaa'a
wasi'a kursiyuhuSsamawaati wal ardha
walaya'uduhu hifdhuhumaa wa huwal alayyul adheem
Ayatul Kursi In Bangla | आयतुल कुर्सी बांग्ला में
আল্লাহু লা ইলাহা ইল্লা হুওয়াল হাইয়ুল কাই-ইয়ুম
লা তাখুযুহু সিনাতুন ওয়া লা নাউম
লাহু মা ফিসামাওয়াতি ওয়া মা ফিল আরদ
মান জাল্লাযী ইয়াশফাউ ইন্দাহু ইল্লা বে ইজনিহ
ইয়া’লামু মা বাইনা আইদেহিম ওয়া মা খালফাহুম
ওয়া লা ইউহিতুনা বেশাই 'ইম্মিন' ইলমিহি ইল্লা বি মা শাআ
ওয়াসিআ কুরসিয়্যুহুস সামা ওয়াতি ওয়াল আরদ
ওয়া লা ইয়া’উদুহো হিফজুহুমা ওয়া হুওয়াল আলিয়ুল আযীম।
Ayatul Kursi English Translation | आयतुल कुर्सी अंग्रेजी अनुवाद
“There is no god but Allah, the Living, the Self-Sustaining. Neither drowsiness nor sleep overtakes Him. To Him belongs whatever is in the heavens and whatever is on the earth. Who can intercede with Him except by His permission? He knows what is before them and what is behind them, and they encompass not a thing of His knowledge except for what He wills. His Throne extends over the heavens and the earth, and He feels no fatigue in guarding them. He is the Most High, the Most Great.”
Ayatul Kursi Hindi Me: Fazilat aur Faide | आयतुल कुर्सी हिंदी में: फजीलत और फायदे
इस्लाम में आयतुल कुर्सी का खास महत्व है। यह पवित्र आयत कुरान शरीफ की सुरह अल-बकरा की 255वीं आयत है और इसे इस्लाम में सबसे ताकतवर आयत माना जाता है। इसमें अल्लाह की ताकत और उसकी कुर्सी का जिक्र है, जो उसकी हुकूमत और रहमत को दर्शाता है। यह माना जाता है कि जो व्यक्ति इसे रोज़ाना पढ़ता है, अल्लाह उसे अपनी हिफाजत में रखता है और उसकी जिंदगी में बरकत होती है।
Is Surah Ko Padhne Ke Fayde | आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायदे
आयतुल कुर्सी के कई फायदे हैं। यह न केवल एक हिफाजती आयत है, बल्कि इसे पढ़ने से अल्लाह की रहमत और बरकत भी प्राप्त होती है। इस आयत में बेशुमार ताकतें हैं, जो हर मुसलमान के जीवन को बेहतर बना सकती हैं।
Fazilat aur Barakat | आयतुल कुर्सी की फजीलत और बरकत
इस आयत को पढ़ने से अल्लाह की खास हिफाजत मिलती है। यह आयत इतनी असरदार है कि इससे घर और जीवन में बुराइयां और परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसे पढ़ने वाले व्यक्ति का ईमान मजबूत होता है और अल्लाह उसे हर मुश्किल से बचाते हैं। इसे हर फर्ज नमाज़ के बाद पढ़ने का खास महत्व है।
Ayatul Kursi se Hifazat aur Rahat | आयतुल कुर्सी से हिफ़ाज़त और राहत
आयतुल कुर्सी को सोने से पहले पढ़ने से रातभर अल्लाह की हिफाजत मिलती है। इस आयत को पढ़ने से घर में बुरी शक्तियां नहीं आती और रात में शैतान का शर भी नहीं होता। सोने से पहले इसे पढ़ने की आदत बनाएं, ताकि आप हर रात अल्लाह की हिफाजत में रह सकें।
Ayatul Kursi Padhne ka Sahi Waqt | आयतुल कुर्सी पढ़ने का सही वक्त
आयतुल कुर्सी को किसी भी समय पढ़ा जा सकता है, लेकिन इसे खासतौर पर फजर और इशा की नमाज़ के बाद पढ़ने की सिफारिश की जाती है। सफर के दौरान और घर से निकलते समय इसे पढ़ने का खास महत्व है। हर नमाज़ के बाद इसे पढ़ना आपको अल्लाह की हिफाजत में रखता है और आपकी जिंदगी में बरकत लाता है।
Aayatul Kursi se Juda Aham Hadees | आयतुल कुर्सी से जुड़ी अहम हदीस
हदीसों में इसका जिक्र है कि आयतुल कुर्सी अल्लाह की सबसे फजीलत वाली आयत है। यह आयत शैतान से बचाने वाली है और इसे पढ़ने से अल्लाह का एक फरिश्ता आपकी हिफाजत के लिए मुक़र्रर हो जाता है। रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया है कि हर मुसलमान को इसे पढ़ना चाहिए ताकि शैतानी ताकतों से महफूज़ रह सके।
Ayatul Kursi Padne Ke Fayde Hadith Se Sabit | आयतुल कुर्सी पढ़ने के फायदे हदीस से साबित
अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फरमाया: “जो भी हर फ़र्ज़ नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ेगा, उसे जन्नत में दाखिल होने से मौत के अलावा और कोई चीज़ नहीं रोक सकेगी।”
Hadith Reference
[अन-नसाई ने इसे रिपोर्ट किया है, और इब्न हिब्बान ने इसे सहीह (प्रमाणित) दर्जा दिया है।]
FAQs | सामान्य प्रश्न
Ayatul Kursi Kya Hai? | आयतुल कुर्सी क्या है?
आयतुल कुर्सी इस्लाम के मानने वालों के लिए कुरान शरीफ की सबसे फजीलत वाली आयत है। इसे सूरह अल-बकरा की आयत नंबर 255 के रूप में जाना जाता है और इसमें अल्लाह की कुर्सी, उसकी ताकत और रहमत का जिक्र है।
Ayatul Kursi Quran me Kaha Hai? | आयतुल कुर्सी क़ुरान में कहाँ है?
यह सुरह अल-बकरा की आयत संख्या 255 में है। इसे कुरान की सबसे बड़ी आयत के रूप में जाना जाता है।
Ayatul Kursi Padhne ka Maqsad | आयतुल कुर्सी पढ़ने का मकसद
इस आयत को पढ़ने का मकसद अल्लाह की हिफाजत में रहना और उसकी बरकत पाना है। इसे पढ़ने से अल्लाह की हिफाजत में हम सुरक्षित रहते हैं और हमें शैतानी ताकतों से निजात मिलती है।
Ayatul Kursi se Kya Fayda Hai? | आयतुल कुर्सी से क्या फायदा है?
आयतुल कुर्सी पढ़ने से न सिर्फ अल्लाह की हिफाजत मिलती है, बल्कि यह हमारे घर और जीवन को हर बुरी चीज से बचाता है। इसे पढ़ने से मानसिक सुकून और ताकत मिलती है।
Akhiri Baat | आखिरी बात
आयतुल कुर्सी एक ऐसी आयत है जो हर मुसलमान के दिल और जीवन में बरकत लाती है। इसे रोजाना पढ़ने की आदत बनाएं और अपने जीवन में अल्लाह की रहमत का एहसास करें। इससे हमें अल्लाह के करीब जाने का मौका मिलता है और हमारी जिंदगी में सुकून और खुशहाली आती है।
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