इस्लामिक मान्यताओं में दुआओं का बड़ा महत्व है, और Khana Khane Ki Dua भी उनमें से एक अहम दुआ है। यह दुआ न केवल हमें अल्लाह का शुक्र अदा करने की याद दिलाती है बल्कि हमारे रोज़मर्रा के कामों में उसकी रहमत और बरकत को भी शामिल करती है। इस लेख में हम खाना खाने की दुआ, उससे जुड़ी सुन्नतें, और इस्लाम में खाने-पीने के तरीके के बारे में जानेंगे।
Khana Khane Ki Dua In Urdu | खाना खाने की दुआ उर्दू में
खाना खाने की दुआ को उर्दू में पढ़ने से भाषा में सरलता रहती है और इसे समझना आसान हो जाता है।
खाने से पहले की दुआ (उर्दू में):
بِسْمِ اللَّهِ وَعَلَى بَرَكَتِ اللَّهِ
“बिस्मिल्लाहि व अला बरकतिल्लाह”
इसका अर्थ है, “मैं अल्लाह के नाम के साथ और उसकी बरकत पर खाना शुरू करता हूँ।”

Khana Khane Ki Dua In Hindi | खाना खाने की दुआ हिंदी में
हिंदी में खाना खाने की दुआ आसानी से समझ में आती है। इसे हर मुसलमान को याद कर लेना चाहिए ताकि हर बार खाने से पहले अल्लाह का शुक्र अदा कर सकें।
खाने से पहले की दुआ (हिंदी में):
“बिस्मिल्लाहि व अला बरकतिल्लाह”
इसका अर्थ है, “अल्लाह के नाम से, और उसकी बरकत के साथ मैं खाना शुरू करता हूँ।”
Khana Khane Ki Dua In Arabic | खाना खाने की दुआ अरबी में
अरबी में खाना खाने की दुआ पढ़ना हमारे ईमान और रूहानी ताकत को मजबूत करता है।
खाने से पहले की दुआ (अरबी में):
بِسْمِ اللَّهِ وَعَلَى بَرَكَتِ اللَّهِ
Khana Khane Ki Dua In English | खाना खाने की दुआ इंग्लिश में
दुआ को इंग्लिश में भी पढ़ा जा सकता है ताकि इसे दुनियाभर के लोग सीख सकें।
खाने से पहले की दुआ (English):
Bismillahi Wa Alaa Barakatillah
“In the name of Allah, and with His blessings, I begin eating.”

Khana Khane Ki Dua Ka Tarjuma | खाना खाने की दुआ का तर्जुमा
दुआ का तर्जुमा और इसका मर्म यह है कि अल्लाह के नाम से खाना शुरू करने में एक श्रद्धा होती है। इससे हमें खाने में बरकत और संतोष मिलता है। इसका मतलब है, “मैं अल्लाह के नाम से और उसकी बरकत पर खाना शुरू करता हूँ।”
Khana Khane Ka Sunnat Tareeqa | खाना खाने का सुन्नत तरीका
इस्लाम में खाने का सुन्नत तरीका खास महत्व रखता है। इससे खाने में शांति, अनुशासन और अल्लाह का शुक्र अदा करने का भाव आता है।
- खाने से पहले और बाद में हाथ धोना।
- बिस्मिल्लाह पढ़कर खाना शुरू करना।
- दाएं हाथ से खाना।
- अपने सामने से खाना खाना, बर्तन के बीच से नहीं।
- तीन अंगुलियों से खाना और हर निवाला छोटा लेना।
- खाना अच्छी तरह से चबाना।
Khana Khane Ke Pehle Ki Dua | खाना खाने के पहले की दुआ
खाने से पहले की दुआ हमें याद दिलाती है कि सभी नियामतें अल्लाह की हैं, और हमें उसे शुक्र अदा करना चाहिए।
दुआ:
بِسْمِ اللَّهِ وَعَلَى بَرَكَتِ اللَّهِ
“अल्लाह के नाम से, और उसकी बरकत के साथ मैं खाना शुरू करता हूँ।”

Khana Khane Ke Baad Ki Dua | खाना खाने के बाद की दुआ
खाने के बाद की दुआ पढ़कर हम अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं और उसकी दी हुई नियामतों की कदर करते हैं।
दुआ:
الْحَمْدُ لِلَّهِ الَّذِي أَطْعَمَنَا وَسَقَانَا وَجَعَلَنَا مِنَ الْمُسْلِمِينَ
“तमाम खूबियाँ अल्लाह के लिए हैं जिसने हमें खिलाया और पिलाया और मुसलमान बनाया।”
Khana Khane Ki Fazilat | खाना खाने की फजीलत
इस्लाम में कहा गया है कि खाना खाते समय शुक्र अदा करने से और खाने के नियमों का पालन करने से इसमें बरकत आती है। हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि जो इंसान अल्लाह का शुक्र अदा करके खाना खाता है, उसका सवाब रोज़ा रखने वालों के बराबर होता है। इससे हमें समझ आता है कि हर निवाले को अल्लाह की रहमत समझकर खाना चाहिए और दूसरों के साथ भी बांटना चाहिए।
Paani Peene Ka Sunnat Tareeqa | पानी पीने का सुन्नत तरीका
इस्लाम में पानी पीने का भी सुन्नत तरीका बताया गया है ताकि इसके फायदे हमारे शरीर को अच्छे से मिल सकें।
- पानी पीने से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ें।
- पानी बैठकर पिएं और तीन घूंट में पिएं।
- पीने के बाद अल्लाह का शुक्र अदा करें।
Doodh Peene Ki Dua | दूध पीने की दुआ
दूध पीना भी हमारे लिए एक बड़ी नियामत है और इस्लाम में इसे तंदुरुस्ती के लिए फायदेमंद माना गया है।
दूध पीने से पहले की दुआ:
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
“अल्लाह के नाम के साथ जो बड़ा मेहरबान और रहम वाला है।”
दूध पीने के बाद की दुआ:
اللَّهُمَّ بَارِكْ لَنَا فِيهِ وَزِدْنَا مِنْهُ
“हे अल्लाह! इसमें हमारे लिए बरकत दे और हमें इससे और अधिक दे।”
Khana Khane Ki Dua Ke Baare Mein Kuch Ahem Sawaalat | खाना खाने की दुआ के बारे में कुछ अहम सवालात
- क्या दुआ के बिना खाना जायज है?
खाने से पहले अल्लाह का नाम लेना जरूरी है ताकि उसमें बरकत आए और वो हलाल रहे। - क्या खाने के बाद पानी पीना सुन्नत है?
खाने के बाद पानी पीना सुन्नत नहीं है, लेकिन यदि जरूरत हो तो पी सकते हैं। - क्या खाने के बाद दुआ पढ़नी चाहिए?
हां, इससे अल्लाह का शुक्र अदा होता है और खाने में बरकत आती है।
Hazrat Muhammad ﷺ Ki Khane Ki Adat | हज़रत मुहम्मद ﷺ की खाने की आदत
हमारे प्यारे नबी मुहम्मद ﷺ की खाने की आदत थी कि अगर उन्हें कोई खाना पसंद आता तो वह खा लेते, और अगर पसंद नहीं आता तो वह उसे छोड़ देते, लेकिन कभी भी खाने की बुराई नहीं की
Reference : Riyad as-Salihin 735 (Book 2, Hadith 9)
Antim Lafz | अंतिम लफ्ज़
इस तरह, खाने से पहले और बाद की दुआ और सुन्नत के तौर-तरीके हमें अपनी जीवनशैली में अनुशासन, तहजीब, और अल्लाह का शुक्र अदा करने की सीख देते हैं। खाना खाने से पहले की दुआ न केवल हमें अल्लाह की नियामतों का अहसास कराती है बल्कि हमारे ईमान को भी मजबूत करती है।
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