हर इंसान की ख्वाहिश होती है कि उसे अपने हर काम में कामयाबी मिले। चाहे वो एक स्टूडेंट हो, नौकरी के लिए इंटरव्यू दे रहा व्यक्ति हो, या फिर रोज़मर्रा के किसी काम में कामयाबी चाहता हो, सभी को कामयाबी की तलाश होती है। इस लेख में हम आपको ऐसी कुछ खास Kamyabi Ki Dua in hindi और अमल बताने जा रहे हैं, जो आपके हर काम में कामयाबी दिला सकती हैं।
Har Kaam Mein Kamyabi Ki Dua in Arabic | हर काम में कामयाबी की दुआ अरबी में
इस्लाम में अरबी ज़ुबान में दुआ करना बहुत सवाब का काम माना गया है। अरबी में दुआ करना न सिर्फ अल्लाह के करीब ले जाता है बल्कि दुआ की ताकत को भी बढ़ाता है।
رَبِّ اشْرَحْ لِي صَدْرِي، وَيَسِّرْ لِي أَمْرِي، وَاحْلُلْ عُقْدَةً مِّنْ لِّسَانِي، يَفْقَهُوا قَوْلِي

Har Kaam Mein Kamyabi Ki Dua in Hindi | हर काम में कामयाबी की दुआ हिंदी में
रब्बी अशरह ली सद्री, व यास्सिर ली अम्री, व हलूल उकदतन मिन लिसानी, यफ्कहू कौलि
Kamyabi Ki Dua Tarjuma – Meaning | कामयाबी की दुआ का तरजुमा – मतलब
हे मेरे रब, मेरा सीना खोल दे, मेरे काम को आसान कर दे और मेरी जुबान की गाँठ को खोल दे ताकि लोग मेरी बात समझ सकें।” (सूरा ताहा 20:25-28)

Kamyabi Ki Dua – Dunya Aur Akhirat Ke Liye | कामयाबी की दुआ – दुनिया और आख़िरत के लिए
Arabic: رَبَّنَا آتِنا فِي الدُّنْيَا حَسَنَةً وَفِي الْآخِرَةِ حَسَنَةً وَقِنا عَذَابَ النَّارِ
Hindi: रब्बना आतीना फिद दुनिया वल आख़िरह व फिल आख़िरह वकीना अज़ाबन नार।
Meaning (Translation): “हे हमारे पालनहार! हमें इस दुनिया में भी अच्छा दे और आख़िरत में भी अच्छा दे, और हमें आग के عذاب से बचा।”
यह दुआ अल्लाह से दुनिया और आख़िरत में भलाई और सुरक्षा की याचना करती है।
Kamyabi Ki Aur Duaye Jo Padhi Ja Sakti Hai
Arabic: حَسْبِـيَ اللّهُ لا إلهَ إلاّ هُوَ عَلَـيهِ تَوَكَّـلتُ وَهُوَ رَبُّ العَرْشِ العَظـيم
Hindi: हस्बी अल्लाह, ला इलाहा इल्ला हु, अलैहि तवक्कलतु, वहू रब्बुल अरशिल अजीम।
Roman English: Hasbiyyallahu la ilaha illa Hu, Alaihi tawakkaltu, wa Huwa Rabbul Arshil Azim.
Meaning (Translation): “मेरे लिए अल्लाह ही काफी है, उसके सिवा कोई इलाह नहीं, मैंने उसी पर भरोसा किया, और वह महान सिंहासन का मालिक है।”
यह दुआ अल्लाह पर भरोसे और आत्म-संयम की भावना को दर्शाती है। इसका अर्थ है कि जब किसी भी परिस्थिति में कठिनाई आती है, तो एक मुसलमान को अल्लाह पर विश्वास करना चाहिए। यह दुआ व्यक्ति को मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास प्रदान करती है, जिससे वह अपने कार्यों में सफल हो सकता है। जब हम यह पढ़ते हैं, तो हम यह एहसास करते हैं कि अल्लाह हमारे लिए सब कुछ कर सकता है, और वह हमारी मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है। यह दुआ हर तरह की परेशानियों और चिंताओं से राहत पाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
Kamyab Hone Ka Sabse Afzal Amal | कामयाब होने का सबसे अफज़ल अमल
कामयाब होने का सबसे अफज़ल अमल रात के तीसरे हिस्से में तन्हा नमाज़ पढ़ना है, जिसे तहज्जुद कहा जाता है। यह इबादत न केवल अल्लाह के करीब जाने का ज़रिया है, बल्कि इससे मन में सुकून और तसल्ली भी मिलती है। तहज्जुद की नमाज़ से अल्लाह की रहमतें और बरकतें नाज़िल होती हैं, जिससे इंसान की सारी मुश्किलें दूर हो सकती हैं। इस वक्त किया गया दुआ और इस्तेग़फार खास तौर पर काबुल होता है। तहज्जुद नमाज़ पढ़ने से न सिर्फ़ शारीरिक और मानसिक ताकत मिलती है, बल्कि यह सफलता और कामयाबी की राह भी आसान करता है। इस अमल को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से एक मुसलमान को अनेक फायदे मिलते हैं।
Tahajjud Kamyab Hone Ka Rasta – Hadith Se Sabit | तहज्जुद कामयाब होने का रास्ता – हदीस से साबित
अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फरमाया, “हमारा पालनहार, जो बर्कत वाला और उच्च है, हर रात के आखिरी तिहाई हिस्से में हमारे निकटतम आसमान पर आता है और कहता है: ‘क्या कोई है जो मुझसे दुआ करे, ताकि मैं उसकी दुआ को काबुल करूं? क्या कोई है जो मुझसे मांगे, ताकि मैं उसे उसकी मांग पूरी करूं? क्या कोई है जो मेरी माफी मांगे, ताकि मैं उसे माफ कर दूं?'”
Hawala | Reference : Sahih al-Bukhari 1145
व्याख्या:
यह हदीस तन्हा रात के समय में अल्लाह की करीबी और उसकी रहमत की स्पष्टता को दर्शाती है। इसका अर्थ है कि जब रात का आखिरी तिहाई हिस्सा आता है, तब अल्लाह अपनी दया और रहमत के साथ अपने बंदों की सुनवाई के लिए तैयार होता है। यह समय विशेष रूप से दुआ करने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि अल्लाह अपने बंदों को बुलाता है और उनकी जरूरतों और इच्छाओं का ध्यान करता है।
इस हदीस से यह भी साबित होता है कि अल्लाह की माफी और रहमत हर समय उपलब्ध है, विशेष रूप से जब इंसान अपने गुनाहों पर पछताता है और सच्चे दिल से माफी मांगता है। यह एक प्रेरणा है कि मुसलमान रात के इस समय का उपयोग करके अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगें, दुआ करें और अपनी जरूरतों को अल्लाह के सामने रखें।
तहज्जुद की नमाज़ पढ़ना और इस वक्त अल्लाह से दुआ करना, इंसान को न केवल आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाता है, बल्कि यह जीवन के विभिन्न पहलुओं में भी सफलता और खुशियों का कारण बनता है। अल्लाह का यह वादा हमें यह विश्वास दिलाता है कि यदि हम सच्चे दिल से उसकी ओर रुख करेंगे, तो वह हमारी हर दुआ सुनने के लिए तैयार है।
Aakhri Baat | आख़िरी बात
कामयाबी पाने के लिए केवल मेहनत ही नहीं, बल्कि सच्चे दिल से दुआ करना और अपने ईमान को मजबूत रखना भी बहुत जरूरी है। हर इंसान की किस्मत में कुछ खास मुकाम लिखे होते हैं, और हमें अपनी कोशिशों के साथ-साथ अल्लाह पर भरोसा भी रखना चाहिए।
दुआएँ केवल अल्लाह से मदद माँगने का जरिया नहीं होतीं, बल्कि यह हमें अपने अंदर की ताकत और भरोसे को भी जगाने का माध्यम बनती हैं। रोज़ाना 5 वक्त की नमाज़ के साथ ये दुआएँ अपने जीवन में शामिल करें, और देखिए किस तरह अल्लाह आपके हर काम को आसान और कामयाब बनाता है।
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